Bihar Elections: आरजेडी चीफ और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादन इन दिनों सुर्खियों में हैं। तेज प्रताप उस वक्त काफी चर्चा में रहे, जब उन्होंने अनुष्का यादव के साथ फोटो शेयर की थी। हालांकि, जब इस बात को लेकर मामला गरमाया तो तेज प्रताप ने फोटो को डिलीट कर दिया। साथ ही अकाउंट हैक करने का आरोप लगाया था।
इस घटनाक्रम के बाद लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बेदखल कर दिया, लेकिन इस बार उनके चर्चा में आने की वजह न तो उनके बयान हैं और न ही अनुष्का, बल्कि उनकी गाड़ी पर लगा नया झंडा है, जो यह दर्शाता है कि तेज प्रताप ने पिता के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है।
पार्टी से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप ने यह साफ कर दिया था कि जनता का आशीर्वाद उनके साथ है, हालांकि वह लगातार अलग पार्टी बनाने की बातों का खंडन करते रहे है। लेकिन हाल ही उन्होंने अपनी गाड़ी पर लगा लालू की पार्टी आरजेडी का झंडा हटा दिया, जिसके बाद से एक बार फिर से कई तरह के कयास लगने लगे हैं।
तेज प्रताप ने आज से जन संवाद की शुरुआत की थी। इसके लिए वह पटना से महुआ के लिए अपनी गाड़ी में रवाने हुए थे। लेकिन इस दौरान एक बात ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा जो यह थी कि तेज प्रताप की गाड़ी पर आरजेडी का झंडा नहीं था। जन संवाद के लिए रवाना होने से पहले तेज प्रताप की गाड़ी पर लगा पार्टी का झंडा बदल दिया गया और उसकी जगह एक नया झंडा लगा लिया।
तेजप्रताप यादव की गाड़ी पर अब आरजेडी का झंडा नहीं, तेजप्रताप महुआ पहुंचे, महुआ से चुनाव लड़ने की पूर्व में तेजप्रताप ने किया है ऐलान, परिवार और पार्टी से अलग थलग पड़े तेजप्रताप ने बनाई अपनी नई टीम।टीम तेजप्रताप यादव pic.twitter.com/C9Ddz8bMOC
राजद का झंडा हरे रंग का होता है जिस पर लालू प्रसाद यादव की तस्वीर के साथ-साथ उनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह, लालटेन छपा होता है। जन संवाद पर जाते हुए तेज प्रताप की गाड़ी पर लगा झंडा पार्टी के झंडे से कुछ अलग था। उसका रंग पीला था और उस में नीचे हरे रंग की एक पट्टी थी। इस पर आरजेडी पार्टी का चिन्ह तो छपा था, लेकिन लालू की फोटो झंडे से गायब थी।
झंडे के बदलावों को भविष्य में होने वाले बदलावों से जोड़कर देखा जा रहा है। लोग इस बदलाव को तेज प्रताप की बगावत का संकेत मान रहे है। ऐसा कहा जा रहा है कि क्या अब तेज प्रताप अपने परिवार से अलग होकर अपने भाई तेजस्वी यादव को चुनावी मैदान में चुनौती दे सकते हैं।
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वहीं, इसी साल बिहार में विधानसभा चुनाव होने जा रहे है। तेज प्रताप को अगले छह साल के लिए पार्टी और परिवार से अलग कर दिया गया है। ऐसे में क्या अब तेज प्रताप आने वाले चुनाव में एक नई पार्टी बनाएंगे या फिर किसी अन्य दल में शामिल होंगे। तेज प्रताप के झंडा बदलने के बाद से ही यह तमाम सवाल उठने लगे हैं।
बता दें, हाल ही अनुष्का यादव नाम की एक महिला के साथ अपने रिश्ते का खुलासा करते हुए तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया था। इसके बाद लालू प्रसाद ने बेटे को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने के साथ साथ उनसे पारिवारिक संबंध भी खत्म कर लिए थे। हालांकि बाद में तेज प्रताप ने यह पोस्ट डिलीट कर दी थी और अकाउंट हैक होने का आरोप लगाया था। तेज प्रताप यादव ने कहा था कि सच सामने आने वाला है, मेरी भूमिका SC तय करेगा कोई दल या परिवार नहीं। पढ़ें…पूरी खबर।