कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 7 दिन बचे हैं और कांग्रेस पार्टी ने भी अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में बजरंग दल की तुलना पीएफआई से की है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि सरकार में आने पर वह बजरंग दल पर पाबंदी लगाएगी। वहीं कांग्रेस की इस घोषणा से देश में नया राजनीतिक संग्राम छिड़ गया है। वहीं अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी बजरंग दल पर पाबंदी को लेकर बड़ा बयान दिया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बजरंग दल पर बैन को लेकर पत्रकारों ने सवाल पूछा उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि वहां की परिस्थिति और यहां की परिस्थिति में अंतर है यहां अगर बजरंगी होने गड़बड़ की है तो उसे हम लोगों ने ठीक कर दिया है। अगर जरूरत पड़ी तो छत्तीसगढ़ में भी बजरंग दल पर बैन लगाने की सोचेंगे। कर्नाटक की समस्या के हिसाब से वहां पर बैन करने की बात कही गई है।”
इसके अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि कर्नाटक में बीजेपी ने दूध बांटने की बात कही है, तो इसका मतलब थोड़ी है कि मध्य प्रदेश और गुजरात में वह दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक राज्य की जैसी परिस्थिति होती है, वहां पर वैसे ही फैसले लिए जाते हैं। बघेल ने कहा कि अगर हमारे पदाधिकारियों ने फैसला किया है कि वहां पर बजरंग दल पर पाबंदी लगाई जाएगी, तो इसका मतलब थोड़ी है यहां भी होगा, यहां के हिसाब से हम फैसला लेंगे।
भूपेश बघेल ने कहा, “बजरंगबली हमारे आराध्य हैं। प्रभु राम को ताले में रखने पर बीजेपी के लोग झूठ बोल रहे हैं। राजीव गांधी ने ताले खुलवाए थे। बजरंग दल नाम जोड़कर गुंडागर्दी कर रहे हैं। ऐसे गुंडों को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।”
बता दें कि जब से विवाद छिड़ा है, उसके बाद से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण की शुरुआत में बजरंग बली की जय के नारे लगा रहे हैं। बीजेपी नेताओं ने इसे मुद्दा लिया है। बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस बजरंग बली का अपमान कर रही हैं।
वहीं इस मुद्दे पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि ध्रुवीकरण के आधार पर बीजेपी वोट लेना चाह रही है, जो सही नहीं है। मैं पीएम मोदी के बयान पर कुछ नहीं कहूंगा।