छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता रमन सिंह के कार्यकाल में कथित तौर पर 4400 करोड़ रुपये के शराब घोटाले को लेकर बुधवार को नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के कार्यकर्ताओं ने राजधानी रायपुर में विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के आवास के बाहर जुटे और जोरदार नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता मांग कर रहे थे कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

दूसरी तरफ पूर्व सीएम रमन सिंह ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व तय करे कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पद पर बने रहने का अधिकार है या नहीं। पूर्व मुख्यमंत्री सिंह सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के उस दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे, जिसमें कहा गया कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के दौरान 4,400 करोड़ रुपये का शराब घोटाला हुआ था।

कांग्रेस के आरोपों को लेकर सिंह ने पलटवार करते हुए कहा, ‘‘इससे बड़ा मजाक नहीं हो सकता। वह (बघेल) चार साल से मुख्यमंत्री के पद पर बैठे हैं। बार-बार एसआईटी का गठन किया जा चुका है। एक रूपए का भी भ्रष्टाचार प्रमाणित होता तो क्या कार्रवाई नहीं होती। अपनी चोरी को छुपाने के लिए वह सबको भ्रष्ट बताने की कोशिश कर रहे हैं।’’

भाजपा के प्रदेश मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में रोज नए भ्रष्टाचार उजागर हो रहे हैं। शराब मामले में 2000 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार सामने आया है। लोगों की संपत्ति जब्त हो रही है। यह वहीं लोग हैं जो सिंडिकेट चलाते हैं।’’

दरअसल छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा का चुनाव होने वाला है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपनी जोरआजमाइश तेज कर दिये हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस, भाजपा समेत सभी दल के नेता अपनी-अपनी तैयारी में लग गए हैं। चार साल बाद रमन सिंह के खिलाफ अब विरोध प्रदर्शन करने के पीछे यही वजह है।