Jharkhand News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को झारखंड के आईएएस अधिकारी छवि रंजन को गिरफ्तार किया है। रंजन को रांची में निजी और सरकारी जमीन हड़पने और भू-माफिया से मिलीभगत के आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, छवि रंजन पर कई भूमि अभिलेखों में माफिया की मदद करने और जमीन हड़पने का आरोप है।

मामले के जांच अधिकारी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत आईएएस अधिकारी का बयान दर्ज किया। छवि रंजन को आज यानी शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद ईडी उनकी रिमांड मांगेगा। वह पीएमएलए की धाराओं के तहत ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने वाले दूसरे आईएएस हैं। पिछले साल इसने 2000 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था।

आईएएस छवि रंजन अभी झारखंड में समाज कल्याण विभाग के निदेशक हैं। रांची का उपायुक्त रहने के दौरान जमीन घोटाले में संलिप्त रहने का आरोप उन पर लगा है। छवि रंजन की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही उनके वकील उनसे मिलने ईडी ऑफिस पहुंचे, लेकिन उन्हें अभी छवि रंजन से मुलाकात की परमिशन नहीं मिली। जबकि देर रात छवि रंजन की पत्नी भी ईडी ऑफिस पहुंची। वहीं डॉक्टरों की एक टीम भी ईडी ऑफिस पहुंची।

छवि रंजन के वकील अभिषेक कृष्ण गुप्ता ने कहा कि वे उनसे मिलने ईडी ऑफिस पहुंचे थे, लेकिन उन्हें छवि रंजन से मुलाकात की इजाजत नहीं दी गई। उनकी गिरफ्तारी के सवाल छवि रंजन के वकील ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, आईएएस छवि रंजन की ओर से जमीन घोटाले मामले में संतोषजनक जवाब नहीं दिए जाने के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया। वे सुबह ईडी ऑफिस पहुंचे थे, जिसके बाद गुरुवार को करीब 10 घंटे तक उनसे पूछताछ की गई।

सरकारी और आदिवासी जमीन की गलत तरीके से खरीद-फरोख्त मामले में ईडी की टीम ने छवि रंजन और अन्य आरोपियों के ठिकाने पर 13 अप्रैल को छापेमारी की थी। तब ईडी ने सरकारी कर्मचारियों समेते कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया था। छापेमारी के दिन भी ईडी के अधिकारियों ने छवि रंजन से पूछताछ की थी। इसके बाद उन्हें 24 अप्रैल को ईडी ऑफिस बुलाया गया। गुरुवार को दूसरी बार छवि रंजन को ईडी ऑफिस बुलाया गया था। जिसके बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।