मध्य प्रदेश में एक पुलिस महानिरीक्षक और एक उप महानिरीक्षक सहित चार आईपीएस अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया गया। इस तबादले के पीछे मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उनके सार्वजनिक आचरण को खेदजनक बताया। गृह विभाग ने राज्य के 10 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए हैं।

सीएम मोहन यादव ने रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “कटनी के पुलिस अधीक्षक, दतिया के पुलिस अधीक्षक और चंबल रेंज के आईजी, डीआईजी ने लोक सेवा में ऐसा आचरण किया है जो खेदजनक है। इस कारण मैंने उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं।”

कटनी के पुलिस अधीक्षक और दतिया के पुलिस अधीक्षक तथा आईजी, डीआईजी चंबल रेंज द्वारा ऐसा व्‍यवहार किया गया जो लोकसेवा में खेदजनक है। इस कारण इन्‍हें तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिये हैं ।

गृह विभाग ने राज्य के 10 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए हैं। इनमें सागर के आईजीपी प्रमोद वर्मा भी शामिल हैं जो कर्नल सोफिया कुरैशी पर टिप्पणी करने के लिए आदिवासी मामलों के मंत्री कुंवर विजय शाह की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल का नेतृत्व कर रहे हैं। हालांकि पुलिस ने कहा है कि यह एक नियमित तबादला है और इसका विजय शाह मामले से कोई लेना-देना नहीं है।

पुलिस विभाग के सूत्रों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि 31 मई को दतिया एयरपोर्ट के वर्चुअल उद्घाटन के दौरान भीड़ को नियंत्रित नहीं कर पाने के कारण डीआईजी (चंबल) कुमार सौरभ, आईजी (चंबल) सुशांत कुमार और दतिया के एसपी वीरेंद्र कुमार का तबादला कर दिया गया। सूत्रों ने कहा कि आईजी (चंबल) कुमार और एसपी दतिया के बीच एक बहस भी हुई जो लगभग हाथापाई तक बढ़ गई और यह भी तबादलों का एक कारण था।

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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन के दौरान दोनों अधिकारी दतिया हवाई अड्डे पर मौजूद थे। आईजी चंबल ने भीड़ नियंत्रण व्यवस्था को लेकर एसपी दतिया से टिप्पणी की और एसपी ने पलटवार किया। दोनों अधिकारियों के बीच बहस होने लगी और यह लगभग हाथापाई तक पहुंच गई। यह सब जनता के सामने हुआ और खबर सीएम तक पहुंच गई। डीआईजी (चंबल) कुमार सौरभ भी मौजूद थे और वे सभी हवाई अड्डे पर भीड़ को नियंत्रित करने में असमर्थ थे, जिसके कारण उन सभी का तबादला कर दिया गया।”

आदेश के अनुसार, डीआईजी कुमार सौरभ, आईजीपी कुमार और एसपी कुमार को भोपाल स्थित पुलिस मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है। कटनी एसपी अभिजीत रंजन एक और अधिकारी थे, जिनका तबादला पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू), भोपाल में किया गया। दमोह के तहसीलदार शैलेंद्र बिहारी शर्मा ने आरोप लगाया कि एसपी रंजन के निर्देश पर उनकी पत्नी ख्याति मिश्रा जो पहले कटनी जिले में तैनात थीं और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ शनिवार को हिरासत में लेने के बाद महिला थाने के अंदर मारपीट की गई।

तहसीलदार शर्मा ने आरोप लगाया, “हम पिछले आठ-नौ महीनों से एसपी के खिलाफ शिकायत कर रहे हैं। मेरे परिवार के करीब 8-10 सदस्यों पर हमला किया गया और इसके लिए एसपी रंजन जिम्मेदार हैं।” शर्मा ने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी के तबादले के बाद, जब पुलिस पहुंची तो परिवार सरकारी क्वार्टर से बाहर निकलने के लिए सामान पैक कर रहा था। एसपी रंजन ने आरोपों से इनकार किया है। पढ़ें- राजनीति के चलते कोलकाता से अहमदाबाद शिफ्ट किये गए IPL प्लेऑफ और Final मुकाबले