मध्य प्रदेश में 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली। वहीं, एक छात्र सुसाइड के असफल प्रयास के बाद अस्पताल में भर्ती है। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) के मंगलवार को 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद अलग-अलग घटनाओं में दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली, जबकि एक अन्य ने आत्महत्या करने की कोशिश की।

एमपीबीएसई ने सुबह 10वीं और 12वीं कक्षाओं की परीक्षाओं के परिणाम घोषित किए। पथरिया थाना प्रभारी सुधीर कुमार बेगी ने बताया कि दमोह जिले के झगर गांव में 12वीं कक्षा की परीक्षा में फेल होने के बाद 17 वर्षीय छात्रा ने अपने घर में फांसी लगा ली।

पुलिस अधिकारी के अनुसार, किशोरी के परिवार के सदस्य अपने दैनिक कामों में व्यस्त थे, इसी दौरान परिणाम से परेशान छात्रा घर की पहली मंजिल पर बने कमरे में गई और वहां फांसी लगा ली। थाना प्रभारी सुधीर ने बताया कि छात्रा विज्ञान विषय की स्टूडेंट थी और उसे तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

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वहीं, एक अन्य मामले में रामपुर बघेलान थाने के प्रभारी संदीप चतुर्वेदी ने बताया कि सतना जिले में 12वीं कक्षा के एक छात्र ने सुबह परिणाम घोषित होने के आधे घंटे बाद आत्महत्या कर ली। जिले के एक गांव के रहने वाले 18 वर्षीय छात्र ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की। उन्होंने बताया कि यह स्पष्ट नहीं है कि उसने यह कदम क्यों उठाया क्योंकि उसके परिवार के सदस्यों को उसके मार्क्स की जानकारी नहीं थी।

चतुर्वेदी के अनुसार, छात्र के माता-पिता वैवाहिक कलह के कारण अलग रह रहते हैं। उन्होंने बताया कि सतना जिले के रामपुर बघेलान थाना क्षेत्र के खगोरा गांव में हुई एक अन्य घटना में 12वीं कक्षा के एक छात्र ने परीक्षा में फेल होने के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हालांकि उसके परिवार के सदस्यों ने तुरंत देख लिया और फंदा काटकर उसे अस्पताल ले गए। उन्होंने कहा कि छात्र का एक स्थानीय अस्पताल में इलाज किया जा रहा है और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स

(इनपुट-पीटीआई)