हरियाणा में सूरजमुखी के बीज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग को लेकर नाराज किसानों ने मंगलवार को कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को जाम कर दिया। किसानों की मांग है कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सूरजमुखी बीज की खरीद करे।

बीकेयू (चढ़ूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढ़ूनी के आह्वान पर किसानों ने शाहबाद के पास दिल्ली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी किसानों ने दावा किया कि सरकार एमएसपी पर सूरजमुखी बीज नहीं खरीद रही है, और इसके चलते उन्हें अपनी उपज निजी खरीदारों को 6,400 रुपये न्यूनतम समर्थन मूल्य की जगह लगभग 4,000 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बेचना पड़ रहा है। चढ़ूनी ने कहा कि सरकार को सूरजमुखी बीजों की खरीद 6,400 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करनी चाहिए।

विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सरकार को सोमवार तक का समय दिया था, लेकिन उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया। इससे वे नाराज हो गये और राजमार्ग को जाम कर दिया। बाद में पुलिस को यातायात को डायवर्ट करना पड़ा। किसानों के आंदोलन को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था।

किसान नेता चढ़ूनी ने मीडिया से कहा, ‘‘सरकार जब तक हमारी मांग नहीं मान लेती है, हमारा विरोध जारी रहेगा।’’ प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे भावांतर भरपाई योजना में सूरजमुखी के बीज को शामिल करने के सरकार के कदम के खिलाफ हैं। इसके तहत सरकार एमएसपी से नीचे बेची गई उपज के लिए 1,000 रुपये प्रति क्विंटल का निश्चित मुआवजा देगी। उन्होंने मांग की कि सूरजमुखी के बीज की एमएसपी पर खरीद की जाए।

इस मुद्दे को लेकर विपक्षी कांग्रेस ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हाल ही में कहा था, ‘‘सूरजमुखी के किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य का इंतजार कर रहे हैं और निजी व्यापारियों को अपनी उपज बेचकर किसानों को 1,500 से 2,500 रुपये प्रति क्विंटल का नुकसान हो रहा है।’’