SP Chief Akhilesh Yadav: इटावा कथावाचक चोटी कांड के बाद उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण बनाम यादव के बीच सियासी घमासान मचा है, लेकिन इस जातीय घमासान के बीच सपा चीफ अखिलेश यादव पत्नी डिंपल यादव के साथ रविवार को भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला के लखनऊ स्थित घर पहुंचे।
अखिलेश यादव ने शुभांशु शुक्ला के माता-पिता और परिवार को साथ फोटो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर की हैं। फोटो शेयर करने के साथ अखिलेश यादव ने लिखा, ‘ अंतरिक्ष तक की उड़ान जिस आँगन से भरी और जो माता-पिता हौसलों की ज़मीन बने, आज उनके साथ लखनऊ में। #शुभांशुशुक्लाअंतरिक्ष
अखिलेश यादव के ऐसे वक्त में शुभांशु के घर जाने को लेकर राजनीतिक एक्सपर्ट कई तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। कई लोगों को कहना है कि सपा चीफ यूपी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी को साथ लेकर यानी सोशल इंजीनियरिंग का मैसेज देना चाहते हैं। क्योंकि सपा प्रमुख जानते हैं कि किसी एक जाति के सहारे यूपी के भंवर से पार पाना आसान नहीं। क्योंकि यूपी में हर जाति की अपनी पकड़ है।
यूपी के जातीय गणित की बात करें तो यहां सवर्ण 18 फीसदी के करीब हैं । ओबीसी की आबादी 42 फीसदी है। दलित 21 फीसदी हैं। जबकि मुस्लिम आबादी 19 फीसदी है।
सवर्णों के वोट बैंक पर पिछले 10-15 सालों से बीजेपी की एकतरफा पकड़ है। ओबीसी की बात करें तो इस समूह का वोट बंटा हुआ है। मौजूदा वक्त में समाजवादी पार्टी और एनडीए की बराबर की पकड़ इस OBC वोट बैंक पर है। जहां तक ब्राह्मण और यादव का सवाल है तो दोनों की आबादी आंकड़ों में बराबर है, यूपी में ब्राह्मण भी 10 फीसदी हैं और यादवों की संख्या भी 10 फीसदी है। ऐसे में अखिलेश यादव किसी तरह की मुसीबत मोल नहीं लेना चाहते हैं।
अंतरिक्ष तक की उड़ान जिस आँगन से भरी और जो माता-पिता हौसलों की ज़मीन बने, आज उनके साथ लखनऊ में। #शुभांशु_शुक्ला_अंतरिक्ष pic.twitter.com/aXZxPL33fn
बता दें, घटना के बाद यादव समुदाय के लोगों ने इटावा में विरोध-प्रदर्शन किया और ब्राह्मणों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया। इतना ही नहीं यादव कथावाचकों से बदसलूकी के मामले में ‘अहीर रेजिमेंट’ के लोग भारी संख्या में दांदरपुर गांव पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो भीड़ ने पथराव कर दिया। जिसके चलते पुलिस ने लाठियां भांजी।
इटावा के एक गांव में 25 जून को घटना घटित हुई। जिसमें यादव समुदाय के एक कथावाचक के साथ मारपीट की गई। आरोप है कि स्थानीय ब्राह्मण समुदाय के कुछ लोगों को यह नागवार गुजरा कि एक गैर-ब्राह्मण (यादव) कथावाचन कर रहा था। कथावाचक का सिर के बाल मुंडवाया गए, उनकी नाक जमीन पर रगड़वाई गई, और उनसे माफी मांगने को मजबूर किया गया। इतना सब होन के बाद यादव कथावाचकों से बदसलूकी के मामले में ‘अहीर रेजिमेंट’ के लोग भारी संख्या में दांदरपुर गांव पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो भीड़ ने पथराव कर दिया। जिसके चलते पुलिस ने लाठियां भांजी।
इसके बाद जातीय संगठन अहीर रेजिमेंट के कार्यकर्ताओं द्वारा उपद्रव करने के मामले में पुलिस ने 170 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने जिन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है, उनमें अहीर रेजिमेंट के अध्यक्ष समेत 20 नामजद और डेढ़ सौ अज्ञात लोग शामिल हैं।
सभी उपद्रवियों के खिलाफ पथराव, सरकारी वाहन को क्षति पहुंचाने, हत्या के प्रयास और सरकारी कार्य में बाधा डालने आदि की धाराएं लगाई गई हैं। आरोपितों में 19 लोग गुरुवार को ही गिरफ्तार किए गए थे। इनमें से ज्यादातर 17 से 28 वर्ष के छात्र हैं। विवाद की आशंका में दांदरपुर गांव में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कथावाचक और कथा के मुख्य यजमान की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे की जांच झांसी रेंज की पुलिस को सौंपी गई है। उपद्रव के मुकदमे की जांच जिले की पुलिस ही करेगी।
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अब बात करते हैं शुभांशु शुक्ला की। शुभांशु शुक्ला भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन हैं। वो 26 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचे हैं। वे 41 साल बाद स्पेस में जाने वाले भारतीय हैं। वे एक्सियम मिशन 4 के तहत 25 जून को दोपहर करीब 12 बजे सभी एस्ट्रोनॉट के साथ ISS के लिए रवाना हुए थे। स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट से जुड़े ड्रैगन कैप्सूल में इन्होंने कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी। ये मिशन तकनीकी खराबी और मौसमी दिक्कतों के कारण 6 बार टाला गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक्सियम मिशन 4 पर गए भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला से वीडियो कॉल पर बातचीत की। प्राइम मिनिस्टर ऑफिस ने शनिवार शाम 5.49 बजे इस बातचीत का वीडियो जारी किया। दोनों के बीच 18 मिनट 25 सेकेंड बातचीत हुई।
शुभांशु ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि अंतरिक्ष से भारत बहुत भव्य दिखता है। हम दिन में 16 सूर्योदय और 16 सूर्यास्त देखते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने शुभांशु शुक्ला से पूछा कि आप गाजर का हलवा लेकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन गए हैं। क्या आपने अपने साथियों को खिलाया। इस पर शुभांशु ने कहा कि हां साथियों के साथ बैठकर खाया।