Agra Metro Services: उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) ने आगरा कॉलेज स्टेशन को प्रमुख जंक्शन बनाने और मेट्रो सेवा को मुख्य रेलवे स्टेशन एवं बस अड्डों से जोड़ने के लिए निर्माण कार्य तेज कर दिया है। परियोजना में फुटओवर ब्रिज (FOB) व भूमिगत मार्ग का निर्माण शामिल है, जिसका उद्देश्य एमजी रोड पार करने में होने वाली असुविधा को दूर करना और दोनों मेट्रो कॉरिडोर की कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना है।

अमर उजाला आगरा एडिशन की रिपोर्ट के अनुसार, यूपीएमआरसी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद राय ने बताया कि आगरा कॉलेज स्टेशन के आसपास एसएन मेडिकल कॉलेज, जिला महिला चिकित्सालय, इमरजेंसी विभाग, सेंट जोंस कॉलेज और आगरा कॉलेज जैसे महत्वपूर्ण चिकित्सकीय व शैक्षणिक संस्थान स्थित हैं। इसी क्षेत्र के मैदान पर बनने वाला जंक्शन यातायात के प्रवाह को बेहतर बना सकेगा। स्टेशन परिसर में नए प्लेटफॉर्म, टिकट काउंटर और यात्रियों के लिए सुविधाओं का निर्माण कार्य जारी है।

पहले कॉरिडोर में ताजपूर्वी से सिकंदरा तक मेट्रो सेवा का विस्तार किया जा रहा है। फिलहाल मनःकामेश्वर तक सेवा शुरू हो चुकी है, जबकि आरबीएस, राजा की मंडी और आगरा कॉलेज स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म व पटरी बिछाने के सिविल कार्य तीव्र गति से चल रहे हैं। इसके अलावा एसएन मेडिकल कॉलेज से मोती कटरा तक नए स्टेशनों का निर्माण भी प्रगति पर है। उम्मीद है कि सितंबर से आरबीएस तक मेट्रो सेवा शुरू हो जाएगी और सिकंदरा तक का सम्पूर्ण विस्तार अगले साल मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

दूसरा कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक लगभग 15 किलोमीटर में फैलेगा, जिसमें 14 स्टेशन होंगे। आगरा कैंट, सदर बाजार और प्रतापपुरा में एफओबी बनाए जाने से पैदल यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी। खंदारी सर्विस रोड पर बन रहे एलिवेटेड स्टेशन को आईएसबीटी से सीधे जोड़ा जाएगा, जिससे बस अड्डा और मेट्रो के बीच सहज ट्रांज़िट सुनिश्चित होगा।

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निर्माण के दौरान संभावित ट्रैफिक व्यवधान को न्यूनतम रखने के लिए यूपीएमआरसी ने स्थानीय प्रशासन, यातायात विभाग और व्यापारियों के साथ समन्वय मजबूत किया है। अरविंद राय ने बताया कि निर्माण सामग्री की आपूर्ति और खनन गतिविधियाँ पर्यावरणीय मानकों के अनुरूप आयोजित की जा रही हैं। “समयबद्ध और टिकाऊ तरीके से कार्य किया जा रहा है ताकि जनजीवन पर न्यूनतम प्रभाव पड़े,” उन्होंने कहा।

यात्रियों के लिए फुटओवर ब्रिज और भूमिगत मार्ग इस तरह डिजाइन किए जा रहे हैं कि सड़क पार करना सुरक्षित और तेज हो। मुख्य रेलवे स्टेशन एवं बस अड्डों से मेट्रो कनेक्टिविटी से यात्रियों का समय व ऊर्जा बचेगी। इससे निजी वाहनों की संख्या में कमी आने तथा वायु प्रदूषण में राहत आने की संभावना भी है।

परियोजना के पूरा होने के बाद आगरा की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में सुधार आएगा। यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी, समय की बचत और सुरक्षित आवागमन मिलेगा। स्थानीय व्यापार और पर्यटन गतिविधियों को भी फायदा होगा। यूपीएमआरसी ने निर्माण कार्यक्रम की कड़ी निगरानी रखी है और नियमित समीक्षा के माध्यम से समयसीमा के भीतर परियोजना पूर्ण करने का प्रयास जारी रखा है।

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