Lucknow, Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अधिकारियों ने रनवे से 10 किलोमीटर के दायरे में लेजर लाइट का उपयोग करने और पतंग उड़ाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इसके अलावा एयरपोर्ट अधिकारियों की तरफ से आसपास के इलाकों में चल रही मांस-मछली की कई दुकानों को हटाने पर भी जोर दिया है।

एक आधिकारिक बयान के जरिए मंगलवार को एयरपोर्ट अधिकारियों ने कहा कि यह कदम अहमदाबाद विमान दुर्घटना के मद्देनजर यात्रियों की सुरक्षा और हवाई यात्रा को लेकर चिंताओं को दूर करने के लिए उठाया गया है। बयान के मुताबिक, अहमदाबाद विमान हादसे के बाद से दुनियाभर में तकनीकी गड़बड़ी सामने आयी हैं और कई विमानों को आपातकालीन स्थिति में उतारना पड़ा।

बयान में कहा गया है कि यह मुद्दा हवाई अड्डा पर्यावरण प्रबंधन समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक में उठा, जिसकी अध्यक्षता लखनऊ की मंडलायुक्त रोशन जैकब ने चौधरी चरण सिंह सभागार में की। बैठक के दौरान विमान तल के अधिकारियों ने जैकब को बताया कि लखनऊ के पुलिस आयुक्त को एक पत्र भेजा गया है, जिसमें चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा परिसर के 10 किलोमीटर के दायरे में लेजर लाइट का उपयोग करने और पतंग उड़ाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है।

जैकब ने संबंधित विभागों को जल्द से जल्द तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया और हवाई अड्डा के अधिकारियों को विमानों के सुचारु और सुरक्षित संचालन के लिए सरकार की ओर से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि उड़ान सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं के मद्देनजर करीब चार से पांच मांस की दुकानों की पहचान की गई है और उन्हें हटाने की मांग की गई है। जैकब ने अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस विभाग के साथ समन्वय करने का निर्देश दिया।

अधिकारियों ने बताया कि एयरपोर्ट के आसपास की मांस की दुकानों पर कौवे जैसे पक्षी आते हैं, जो उड़ान सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं। बैठक के बाद अधिकारियों ने कहा, “लखनऊ नगर निगम को मांस की दुकानों का संज्ञान लेने और उन्हें तत्काल हटाने का निर्देश दिया गया है।”

इस बैठक में लखनऊ स्थित हवाई अड्डा, लखनऊ विकास प्राधिकरण, उप्र राज्य वन विभाग, लखनऊ नगर निगम और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी शामिल हुए। जैकब ने नगर निगम को हवाई अड्डा के आसपास के आवारा कुत्तों की नसबंदी सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने विमान तल से जुड़ी सड़क पर बनीं ऊंची इमारतों पर लगे टावरों/सीढ़ियों को तत्काल हटाने का भी निर्देश दिया ताकि किसी तरह की बाधा की आशंका को दूर किया जा सके।

वाराणसी स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के लिए भी इसी तरह की सावधानियां बरती जा रही हैं। वाराणसी विमान तल के अधिकारी पुनीत गुप्ता ने बताया कि वाराणसी स्थित हवाई अड्डे पर आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली हमेशा सक्रिय रहती है। गुप्ता ने कहा, “पक्षियों से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। हवाई अड्डा प्रशासन ने पक्षियों को भगाने के लिए पटाखे, ‘साउंड गन’ और ‘सोनिक बूम’ उपकरण भी लगाए हैं।” (इनपुट – भाषा)