उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक नाबालिग लड़की के अपहरण की कोशिश के बाद इलाके में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। घटना के विरोध में यहां प्रदर्शन किए जा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने घटना को लव जिहाद करार दिया है। इस बीच सोमवार (5 जून, 2023) को पुरोला में रात को खास समुदाय की दुकानों के शटर पर धमकी भरे पोस्टर चिपकाए गए, जिनमें चेतावनी दी गई कि या तो 15 जून तक अपनी दुकानें खाली कर दो वरना इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा।

पोस्टर में कहा गया कि 15 जून को होने वाली महापंचायत से पहले अपनी दुकानें खाली कर दें। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पोस्टर हटा दिए गए हैं। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जिले में शांति सुनिश्चित करने के लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि उनकी सरकार लव जिहाद और भूमि जिहाद जैसे मुद्दों को दूर करने के लिए काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य की शांति और सद्भाव को भंग करने का प्रयास करने वाले को सख्त पुलिस कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। इससे पहले तीन जून को भी कई दुकानों के शटर पर काली स्याही से क्रॉस बनाने की घटनाएं सामने आई थीं।

कुछ दिन पहले उत्तरकाशी के पुरोला में एक युवक ने अपने साथी के साथ मिलकर एक नाबालिग के अपहरण की कोशिश की थी। हालांकि, स्थानीय लोगों ने उसको ऐसा करने में नाकाम कर दिया और आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया। घटना के बाद से कस्बे और आसपास के इलाकों में तनाव बना हुआ है।घटना के विरोध में शनिवार को एक हिंदू संगठन ने उत्तरकाशी जिले के कई कस्बों में प्रदर्शन किया था।

यमुना घाटी हिंदू जागृति संगठन के आह्वान पर बरकोट, नौगांव, पुरोला व दमटा के सभी बाजार बंद रखे गए। संगठन ने इस घटना को लव जिहाद करार दिया है। उन्होंने इन सभी कस्बों में ढोल नगाड़े बजाकर और लव जिहाद के खिलाफ नारे लगाते हुए एक जुलूस भी निकाला। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग को लेकर बड़कोट अनुमंडल दंडाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा है।

यमुना घाटी हिंदू जागृति संगठन के अध्यक्ष केशव गिरि महाराज ने भी बाहर के व्यापारियों पर फर्जी पहचान बनाकर मासूम बेटियों को पहाड़ों में फंसाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अपहरण की घटनाएं बढ़ रही हैं। पुरोला की घटना इसका ताजा उदाहरण है। इसी तरह की घटना नौगांव बाजार में भी हुई थीं।” प्रदर्शनकारियों की मांग है कि स्क्रैप डीलर और फेरीवालों के रूप में घूम रहे सैकड़ों बाहरी लोगों को क्षेत्र से बाहर कर दिया जाना चाहिए।