Google Trends: प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 को शुरू हुए महाकुंभ में सैकड़ों विदेशी विशिष्ट मेहमानों ने संगम स्नान कर आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त किया है। एशिया, यूरोप, यूनाइटेड स्टेट्स, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया से आए इन मेहमानों में मध्य-पूर्व के मुस्लिम देशों के प्रतिनिधि भी शामिल रहे। महाकुंभ अब केवल धार्मिक आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि सांस्कृतिक मेलजोल और संबंधों को प्रगाढ़ बनाने का एक महत्वपूर्ण मंच बन चुका है। हाल ही में भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने भी महाकुंभ का पुण्य लेने के लिए प्रयागराज पहुंचे और त्रिवेणी संगम में स्नान किया।
पिछले महीने जनवरी में 10 देशों के 21 प्रतिनिधियों ने प्रयागराज में आकर महाकुंभ की भव्यता को नजदीक से देखा। यह महाकुंभ दुनिया के लिए एक संदेश बन गया है कि विविध संस्कृतियों के लोग एक जगह एकत्र हो सकते हैं। फिजी, गुयाना और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों के प्रतिनिधि त्रिवेणी संगम की आस्था और महिमा से इतने प्रभावित हुए कि वे भविष्य में भी यहां बार-बार आने की इच्छा जता रहे हैं।
Mahakumbh 2025: नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री से लेकर फिजी-श्रीलंका के मंत्रियों तक… आज संगम में डुबकी लगाने पहुंच रहे ये VVIP
कई देशों से आए प्रोफेशनल भी महाकुंभ की आध्यात्मिकता से इतने प्रभावित हुए कि यहीं संगम में धुनी रमाने और संन्यासी जीवन जीने का फैसला कर लिया। एप्पल के को-फाउंडर अरबपति स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स भी महाकुंभ में पहुंची और त्रिवेणी संगम में स्नान किया। यह दिखाता है कि मन की शांति भौतिक सुखों से नहीं, बल्कि आस्था और समर्पण से मिलती है।
फिनलैंड, मलेशिया, मॉरीशस, सिंगापुर, श्रीलंका, त्रिनिदाद और टोबैगो तथा यूएई के प्रतिनिधियों ने भी महाकुंभ में भाग लिया। इन सभी ने भारतीय संस्कृति की विविधता और धार्मिक एकता को नजदीक से महसूस किया। सभी मेहमान यहां की आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक धरोहर से अभिभूत हो गए। उनके लिए यह यात्रा एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बनने जैसा रहा।
इस शुक्रवार महाकुंभ में नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा, मॉरीशस के मंत्री महेंद्र गुगा प्रसाद और म्यांमार के केंद्रीय मंत्री यू टिन ऊ ल्विन जैसे कई नामचीन नेता भी संगम स्नान करेंगे। गुयाना की प्रथम महिला आर्य अली और त्रिनिदाद व टोबैगो के सांसद देवेन्द्रनाथ तनकू सहित कई देशों के विशिष्ट अतिथि महाकुंभ की शोभा बढ़ाने आ रहे हैं।