लाइटहाउस जर्नलिज्म को एक वीडियो मिला जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से शेयर किया जा रहा है। वीडियो के साथ दावा किया गया था कि संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवार नकल करते हुए पाए गए थे।
जांच के दौरान, हमने पाया कि वीडियो और दावा भ्रामक है। यह पुराना वीडियो एक कॉलेज परीक्षा का है न कि UPSC परीक्षा केंद्र का।
X यूजर मोहम्मद अलमास ने भ्रामक दावे के साथ वीडियो साझा किया।
IAS परीक्षा में नकल करवाई जा रही है , ये देखकर हैरान हूँ मैं। अब नकल से पास कलेक्टर देश चलायेंगे।अब अगर छोटा फेंटा खुद पढ़ा लिखा होता तो ऐसा होने ही नही देता!अबे पढ़ाई लिखाई छोड़ो ओर नेता बनो,देश चलाओ मोटा पैसा कमाओ ?@RazaGraphy @SonOfBharat7 @ocjain4 @ChandanSharmaG pic.twitter.com/VWUsGzVZ39
अन्य यूजर भी इसी तरह के दावों के साथ यह वीडियो साझा कर रहे हैं।
@khurpenchh भाईIAS परीक्षा में नकल करवाई जा रही है , ये देखकर हैरान हूँ मैं। अब नकल से पास कलेक्टर देश चलायेंगे।क्या यह सत्य है? pic.twitter.com/bUr0asLP5g
IAS परीक्षा में नकल करवाई जा रही है , ये देखकर हैरान हूँ मैं। अब नकल से पास कलेक्टर देश चलायेंगे। pic.twitter.com/sgB8sAwrQr
हमने वीडियो से प्राप्त कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जांच शुरू की। एक विशेष कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च से हमें 2024 में ज़ी न्यूज़ द्वारा प्रकाशित एक समाचार रिपोर्ट मिली।
रिपोर्ट में कहा गया था कि उत्तर प्रदेश एलएलबी परीक्षा में छात्रों को नकल करते हुए पकड़ा गया था। वीडियो बाराबंकी का बताया गया था।
हमें एक साल पहले bhaskar.com पर अपलोड की गई एक और समाचार रिपोर्ट मिली।
रिपोर्ट में कहा गया था कि एक छात्र ने फेसबुक लाइव पर नकल की घटना को पकड़ा, जिसके कारण परीक्षा रद्द कर दी गई। इसके बाद, सिटी लॉ कॉलेज पर 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया और उसे छह साल के लिए कोई भी परीक्षा आयोजित करने से प्रतिबंधित कर दिया गया।
हमें न्यूज24 के यूट्यूब चैनल पर घटना के बारे में एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली, जिसमें वायरल हो रहे वीडियो को दिखाया गया था।
निष्कर्ष: बाराबंकी में लॉ परीक्षा में नकल करने वाले छात्रों का पुराना वीडियो UPSC परीक्षा केंद्र का और हाल ही का बताकर वायरल किया जा रहा है। दावा भ्रामक है।