Gujarat Politics: लोकसभा चुनाव में दस साल के बाद 2024 में कांग्रेस पार्टी ने 01 सीट हासिल की थी। इसके अलावा एक दशक बाद कांग्रेस ने 99 सीटें हासिल की थी। वहीं दो अन्य के साथ कांग्रेस का आंकड़ा 2024 में 101 हो गया था। इसके बाद से नेता विपक्ष राहुल गांधी पीएम मोदी और बीजेपी पर आक्रामक थे। 18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र में ही राहुल गांधी ने दावा किया था कि कांग्रेस 2027 के गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराएगी। इसके बाद राहुल ने गुजरात के कई दौरे भी कि और अब गुजरात कांग्रेस में बड़े फेरबदल किए हैं।

दरअसल, इंडियन एक्सप्रेस के पत्रकार असद रहमान की रिपोर्ट बताती है कि दो महीने से अधिक समय तक चली प्रक्रिया और वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं द्वारा 26 लोकसभा क्षेत्रों, 182 विधानसभा क्षेत्रों और 235 ब्लॉकों के दौरे के बाद बड़ा फैसला हुआ। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने शनिवार को ‘संगठन सृजन अभियान’ के तहत गुजरात के लिए जिला और शहर इकाइयों के 40 प्रमुखों की नियुक्ति की। इसे कांग्रेस की जिला यूनिट्स को सशक्त बनाने के पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर देखा जा रहा है।

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ध्यान देने वाली बात यह है कि जिला स्तर संगठन में बदलाव को लेकर जो लिस्ट जारी की गई है, उसमें सूची में केवल एक महिला नेता सोनल पटेल का नाम है। उन्हें अहमदाबाद शहर इकाई की प्रमुख बनाया गया है। कांग्रेस महिला मोर्चा की पूर्व उपाध्यक्ष पटेल 2024 के लोकसभा चुनावों में गांधीनगर निर्वाचन क्षेत्र से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ उम्मीदवार थीं। वह पूर्व मेयर और पूर्व विधायक हिम्मतसिंह पटेल की जगह लेंगी। कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि अहमदाबाद शहर अध्यक्ष एक ऐसा पद है जिसका बहुत महत्व होता है।

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कांग्रेस पार्टी ने कहा कि नवनियुक्त डीसीसी प्रमुख गुजरात की सामाजिक और क्षेत्रीय विविधता का प्रतिनिधित्व करते हैं और उन्हें जमीनी स्तर से जुड़ाव, वैचारिक स्पष्टता और संगठनात्मक क्षमता के लिए चुना गया है। गुजरात में 9-10 अप्रैल को आयोजित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अधिवेशन में, जो लगभग 60 वर्षों में पहली बार राज्य में आयोजित किया गया था, जिला इकाइयों को कांग्रेस के बैक-अप को बनाने के लिए महत्वपूर्ण बिल्डिंग ब्लॉक के रूप में पहचाना गया।

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कांग्रेस ने गुजरात में संगठन में बदलाव के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। कांग्रेस के लिए अहम बात यह भी है कि पार्टी 1995 से गुजरात की सत्ता से बाहर है। गुजरात वही है, जिसे विकास के मॉडल के तौर पेश करके नरेंद्र मोदी ने दिल्ली की सुप्रीम कुर्सी हासिल की थी और कांग्रेस की कोशिश 2027 के विधानसभा चुनाव में उसी बीजेपी को झटका देने की है।

पार्टी ने 12 अप्रैल को 43 एआईसीसी और 183 पीसीसी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की थी, जिनमें राज्य प्रभारी, सांसद, विधायक और पूर्व पीसीसी अध्यक्षों सहित वरिष्ठ नेता शामिल थे, जो नियुक्तियों की निगरानी करेंगे और पार्टी हाईकमान को सिफारिशें करेंगे। कांग्रेस महासचिव प्रभारी (संगठन) केसी वेणुगोपाल द्वारा शनिवार रात जारी एक बयान में कहा गया कि बूथ से जिला स्तर तक पार्टी संरचना को पुनर्जीवित करने के लिए शुरू किया गया अभियान पारदर्शी, समावेशी और विचारधारा आधारित नेतृत्व चयन पर केंद्रित है।

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