वनडे विश्व कप के दौरान स्टंप के पीछे केएल राहुल की मौजूदगी ने भारतीय टीम को संतुलन दिया, लेकिन कर्नाटक के इस स्टाइलिश दाएं हाथ के बल्लेबाज के आगे चलकर सफेद गेंद के क्रिकेट में विकेट के पीछे खड़े होने की संभावना नहीं है। अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति विजय हजारे ट्रॉफी फाइनल के एक दिन बाद 19 जनवरी को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत की 15 सदस्यीय टीम का चयन करने के लिए बैठक कर सकती है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार इस दौरान बहस दूसरे कीपर पर होगी। इसके अलावा अगर कुलदीप यादव फिट नहीं हो पाते हैं तो कलाई के स्पिनर को लेकर भी बहस होगी। भारतीय टीम में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए विकेटकीपर मामले में ऋषभ पंत पहली पसंद हैं, लेकिन दूसरे विकेटकीपर के लिए ध्रुव जुरेल, संजू सैमसन और इशान किशन के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है। अभी तक, ऐसा लग रहा है कि जुरेल लड़ाई जीत सकते हैं। सैमसन हार सकते हैं क्योंकि उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी को छोड़ने का फैसला किया है।
इशान किशन ने 27 वनडे मैच खेले और 42 से ज्यादा के औसत से 933 रन बनाए। इसमें एक दोहरा शतक और सात अर्धशतक शामिल हैं, लेकिन पिछले साल घरेलू क्रिकेट से बाहर रहने के बाद मौजूदा चयन समिति ने उन्हें नहीं चुना है , जिसके कारण उन्हें अपना बीसीसीआई का केंद्रीय अनुबंध खोना पड़ा। किशन का विजय हजारे ट्रॉफी में प्रदर्शन सामान्य रहा है, जहां उन्होंने पूर्वोत्तर के एक राज्य के खिलाफ एक शतक के साथ सात मैचों में 316 रन बनाए। किशन विश्व कप टीम का हिस्सा थे। यूपी और राजस्थान रॉयल्स के युवा खिलाड़ी जुरेल ने सभी को प्रभावित किया है और निश्चित रूप से दूसरे विकेटकीपर के रूप में टीम में आ सकते हैं।
जुरेल को इंग्लैंड के खिलाफ टी20 टीम में भी संजू सैमसन के अलावा दूसरे विकेटकीपर के तौर पर रखा गया है। हालांकि, उन्होंने जिम्बाब्वे में अपना टी20 डेब्यू किया है, लेकिन सबसे छोटे प्रारूप में उनका चयन महत्वपूर्ण है क्योंकि अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति उन्हें व्हाइट-बॉल योजना में रखने के लिए उत्सुक थी। जानकारी के अनुसार आगे चलकर पंत और जुरेल टेस्ट और वनडे में भारत के लिए नंबर एक और नंबर दो हो सकते हैं, जबकि सैमसन को केवल टी20 के लिए उपयुक्त माना जाता है, जहां उन्होंने 2024 के अंत में तीन शतक बनाए हैं।
कुलदीप यादव जल्द ही फिटनेस टेस्ट और मैच सिमुलेशन के लिए उपलब्ध होने वाले हैं, लेकिन तमिलनाडु के वरुण चक्रवर्ती ने छह मैचों में 18 विकेट लिए हैं। गुजरात के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले रवि बिश्नोई ने छह मैचों में 14 विकेट लिए हैं। दोनों ही भारत के लिए टी20 में अपना जलवा दिखा चुके हैं। वरुण ने तमिलनाडु के लिए दो बार पांच विकेट लिए हैं। उका 4.36 का इकॉनमी रेट है। लेकिन दुबई स्टेडियम में सपाट पिच पर गेंदबाजी करने की उनकी क्षमता अभी भी बहस का विषय है। इसके अलावा उनकी फील्डिंग बिल्कुल अंतरराष्ट्रीय स्तर की नहीं है।
बिश्नोई ज्यादातर गुगली फेंकते हैं। उन्होंने बहुत प्रभावशाली प्रदर्शन किया क्योंकि उन्होंने वीएचटी अभियान के दौरान 3.64 के इकॉनमी से गेंदबाजी की। इसके अलावा वे डीप में कहीं भी फील्डिंग कर सकते हैं और एक शानदार कैचर हैं। केकेआर में गौतम गंभीर के नेतृत्व में चक्रवर्ती खेल चुके हैं, जबकि लखनऊ सुपर जायंट्स में कार्यकाल के दौरान भारत के मुख्य कोच के अंडर में बिश्नोई भी खेल चुके हैं। चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम की तेज गेंदबाजी विकल्प जानने के लिए क्लिक करें।