Tej Pratap Yadav: राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के निजी जीवन को लेकर उठे विवादों के बीच अब पार्टी के अंदर से ही उनके समर्थन में आवाजें उठने लगी हैं। आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने तेजप्रताप का खुलकर बचाव किया है। राजद सांसद सुधाकर सिंह जगदानंद सिंह के पुत्र हैं।

मीडिया से बात करते हुए सुधाकर सिंह ने कहा कि यह पूरी तरह से निजी मामला है। शादी करना गुनाह नहीं होता। राम मनोहर लोहिया के विचारों का हम लोग पालन करते हैं। उनकी सप्त क्रांति में साफ कहा गया है कि हर स्त्री-पुरुष के बीच सभी तरह के रिश्ते वैध माने जाते हैं, जब तक उसमें बलात्कार या धोखा शामिल न हो। अगर तेजप्रताप जी ने शादी की है, जिसकी घोषणा वो खुद करेंगे, तो इसमें कोई अनैतिकता नहीं है।

सांसद ने हिंदू परंपराओं का हवाला देते हुए कहा कि हिंदू समाज में पहले भी दो से तीन शादियां होती रही हैं। उन्होंने कहा कि हमने सुना है कि कई लोगों ने तीन-तीन, चार-चार शादियां की हैं। आज भी यह परंपरा मौजूद है। आप चिराग पासवान को ही देख लीजिए, वो भी दूसरी मां से जन्मे हैं। ऐसी परिस्थितियां समाज में आम रही हैं।

सुधाकर सिंह ने लालू प्रसाद यादव से भी अपील करते हुए कहा, कि लालू जी को पिता के रूप में अपने बेटे के फैसले को स्वीकार करना चाहिए। यह किसी भी तरह से गुनाह की श्रेणी में नहीं आता है।

दिवंगत लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रमुख रामविलास पासवान की दूसरी शादी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उदाहरण के लिए (केंद्रीय मंत्री) चिराग पासवान को ही ले लीजिए। वे पासवान की दूसरी पत्नी से पैदा हुए थे। कई लोगों ने दो या तीन शादियां की हैं, यह बात सभी जानते हैं। यह न तो कोई बड़ी बात है और न ही कोई अपराध है। एक पिता के तौर पर लालू प्रसाद को उन्हें स्वीकार करना चाहिए।

पासवान ने 1983 में चिराग की मां, एयर होस्टेस रीना शर्मा से विवाह किया। 2014 में जब उनके विरोधियों ने उनकी पहली पत्नी का नाम छोड़ने के बारे में उनके लोकसभा नामांकन पत्र को चुनौती दी, तो पासवान ने खुलासा किया कि उन्होंने 1981 में उनसे तलाक ले लिया था। सिंह ने तर्क दिया कि ऐसे उदाहरण अभी भी असामान्य नहीं हैं और इन्हें सामाजिक बुराई के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।

आरजेडी सांसद का यह बयान उस समय आया है जब तेजप्रताप यादव के निजी जीवन को लेकर कई तरह की चर्चाएं और विवाद सामने आ रहे हैं।

पिछले हफ़्ते तेज प्रताप के आधिकारिक फ़ेसबुक अकाउंट पर एक तस्वीर में उन्हें एक महिला के साथ दिखाया गया था, जिसके कैप्शन में दावा किया गया था कि वह 12 साल से ज़्यादा समय से उस महिला के साथ रिलेशनशिप में हैं। बाद में उन्होंने दावा किया कि उनका अकाउंट हैक हो गया था। इसके तुरंत बाद, लालू ने अपने बेटे को त्याग दिया और उसे छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया, यह कहते हुए कि उसका “गैर-ज़िम्मेदाराना व्यवहार” परिवार के मूल्यों के अनुरूप नहीं है।

2018 में तेज प्रताप ने बिहार के पूर्व सीएम दरोगा प्रसाद राय की पोती ऐश्वर्या राय से शादी की थी, लेकिन यह शादी लंबे समय तक नहीं चली और एक साल के भीतर ही दोनों ने तलाक के लिए अर्जी दाखिल कर दी। मामला फिलहाल पटना की एक फैमिली कोर्ट में लंबित है। राय ने लालू पर आरोप लगाया है कि उन्हें तेज के अफेयर्स के बारे में सब पता है और फिर भी वे राजनीतिक कारणों से शादी के लिए दबाव डाल रहे हैं। ऐश्वर्या ने इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों से पहले अपने अलग हुए पति के निष्कासन को “चुनावी ड्रामा” कहा।

तेज प्रताप के 5 विवाद जो बताते हैं वो लालू परिवार के लिए मुश्किल बन चुके थे

आरजेडी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, तेज प्रताप अपने भाई तेजस्वी प्रसाद यादव के पार्टी में आने के बाद से ही अपने परिवार से नाराज चल रहे हैं। हालांकि, रविवार को उन्होंने एक्स पर पोस्ट करके खुद को तेजस्वी के “अर्जुन” के मुकाबले “कृष्ण” बताया।

पोस्ट में लिखा था, “मुझे मेरे अर्जुन से अलग करने का सपना देखने वालों, तुम अपनी साजिशों में कभी सफल नहीं हो पाओगे। तुम कृष्ण की सेना तो ले सकते हो, लेकिन कृष्ण को नहीं।” इसी पोस्ट में उन्होंने पार्टी के अंदर और बाहर मौजूद “जयचंद जैसे गद्दारों” का जिक्र किया और दावा किया कि “जल्द ही हर साजिश का पर्दाफाश करेंगे।”

उसी दिन एक्स पर एक अन्य पोस्ट में उन्होंने अपने माता-पिता का उल्लेख करते हुए लिखा, “मेरी पूरी दुनिया सिर्फ़ आप दोनों में समाहित है। आप मेरे लिए भगवान से भी बड़े हैं, और आप जो भी आदेश देते हैं, वह सर्वोपरि है… मुझे सिर्फ़ आपके भरोसे और प्यार की ज़रूरत है।” लालू के लाल तेज प्रताप यादव ने कहा था कि मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद…पढ़ें…पूरी खबर।

(इंडियन एक्सप्रेस के लिए हिमांशु हर्ष की रिपोर्ट)