उत्तर प्रदेश के राजनीतिक दलों के बीच अपना वोट बैंक साधने की होड़ मची है। दो साल बाद उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। उसके पहले पंचायत चुनावों का बिगुल भी बजने वाला है। इसकी वजह से भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस सहित क्षेत्रीय दलों ने अपने कार्यकर्ताओं को एक्टिव करना शुरू कर दिया है। वे कार्यकर्ताओं के जरिये मतदाताओं तक अपनी पहुंच को लगातार बरकरार रखने की कोशिश में हैं।
सात साल से उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। पार्टी नरेंद्र मोदी की सरकार के 11 साल पूरे होने को उपलक्ष्य के तौर पर मनाने जा रही है। मंगलवार की शाम मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर भाजपा ने लखनऊ में बड़ी बैठक आयोजित की है। जून के पहले पखवाड़े से भाजपा मतदाताओं के बीच पहुंच कर मोदी सरकार की उपलब्धियों का मतदाताओं के बीच बखान करेगी। साथ ही पार्टी आपरेशन सिंदूर के बारे में जनता को पूरी जानकारी देगी। इतना ही नहीं, लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी से छिटक कर इंडिया गठबंधन के पाले में गए अनुसूचित जाति और जनजाति के मतदाताओं को वापस पाले में लाने के लिए भाजपा ने प्रदेश की दलित बस्तियों में सघन जनसंपर्क अभियान शुरू किया है।
दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी ने भी मतदाताओं तक अपनी पकड़ और पहुंच मजबूत करने में जुटी हुई है। सपा के वरिष्ठ प्रवक्ता और विधान परिषद सदस्य राजेंद्र चौधरी कहते हैं, सपा ने बूथ कमेटियों को धार देनी शुरू कर दी है। बूथ कमेटियों के साथ ही पीडीए की पंचायत भी की जा रही है ताकि पिछड़ों, दलितों और अगड़ों को समाजवादी पार्टी से जोड़े रखा जा सके।
लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के पारंपरिक वोट बैंक में सेंधमारी कर समाजवादी पार्टी ने 37 और कांग्रेस ने 6 लोकसभा सीटों पर अपनी शानदार जीत दर्ज की थी। इंडिया गठबंधन की इस जीत ने भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में सकते में डाल दिया था। फिलहाल भाजपा लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में मिली करारी शिकस्त से पार पाने के हर सूत्र को आजमाने में जुटी हुई है।
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वहीं, बहुजन समाज पार्टी ने उत्तर प्रदेश में पार्टी कार्यकर्ताओं को गांव-गांव में सक्रिय रहने का निर्देश दिया है। मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निकालने के बाद फिर से पार्टी में शामिल कर बसपा के एक वर्ग को नाराज जरूर किया है। फिलहाल पार्टी का नाराज खेमा बहनजी के मिजाज को भांपते हुए खामोशी अख्तियार किए हुए है।
उत्तर प्रदेश में राजनीतिक दलों में कार्यकर्ताओं के बीच जाने की होड़ के बारे में भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक कहते हैं, मतदाता सरकार के काम से उनके बारे में धारणा बनाता है। केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार और राज्य में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने जनता के हितों को ध्यान में रखकर काम किए हैं। उन्होंने कहा कि इनका लाभ आम जनता को मिल रहा है। ऐसे में वोटों की चिंता वो करें जो सिर्फ बयानबाजी कर के अपने गाल बजा रहे हैं। भाजपा हमेशा सरकार और संगठन के जरिये जनता के बीच रही है। पढ़ें- Weather Forecast LIVE Updates