सोने की कीमत में पिछले कुछ समय से काफी शानदार तेजी देखने को मिल रही है। आज बुधवार (4 जून 2025) को भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹9,917 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने की कीमत ₹9,090 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने की कीमत ₹7,438 प्रति ग्राम है। अगर आप गोल्ड में निवेश करने का सोच रहे हैं तो फिर आपको थोड़ा रूक जाइए। एक्सपर्ट के अनुसार, सोने की कीमत में अगले दो महीने में भारी गिरावट आ सकती है।

क्वांट म्यूचुअल फंड ने एक पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें संकेत दिया गया है कि सोने की कीमतें संभवतः चरम पर पहुंच गई हैं और आने वाले दो महीनों में इसमें गिरावट आ सकती है। फंड के मुताबिक सोने की कीमत अगले दो महीने में डॉलर के मुकाबले 12 से 15 फीसदी गिर सकती है। अभी 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 9,9170 रुपये है। इस लिहाज से 12-15 फीसदी यानी 12,000 से 15,000 रुपये तक इसके कीमत में गिरावट आ सकती है, आइए जानते हैं…

हालांकि, क्वांट म्यूचुअल फंड का मानना है कि सोना लंबे समय में अच्छा प्रदर्शन कर सकता है। फंड के मुताबिक, जून का महीना कच्चे तेल के लिए आमतौर पर अच्छा होता है। कच्चे तेल की कीमतें अब शायद और नहीं गिरेंगी। अगर उभरते मार्केटों में जोखिम बढ़ता है तो कच्चे तेल की कीमतें 10-12 फीसदी तक बढ़ सकती हैं।

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फंड का मानना है कि जो निवेशक ज्यादा रिस्क ले सकते हैं, उन निवेशकों के लिए बिटकॉइन अच्छा है। दुनिया में अभी काफी अनिश्चितता है, इसलिए बिटकॉइन एक बेहतर विकल्प हो सकता है। लेकिन, कम समय में ग्लोबल स्तर पर पैसे की कमी के कारण क्रिप्टो करेंसी पर असर पड़ सकता है। क्रिप्टो करेंसी लंबे समय में अच्छा प्रदर्शन कर सकती है।

फंड का कहना है कि ग्लोबल इक्विटी में सुधार हो रहा है, लेकिन अभी भी यह कमजोर है। ग्लोबल इक्विटी के लिए आने वाले कुछ महीने परेशानी भरे हो सकते हैं। अभी ग्लोबल इक्विटीमंदी के दौर में नहीं है। फंड के मुताबिक, ग्लोबल इक्विटी अभी एक स्थिर दौर में है और निवेशकों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है। मंदी के लिए ग्लोबल स्तर पर पैसे की कमी होनी चाहिए, लेकिन अभी ऐसा कुछ नहीं है।

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फंड ने पहले भी कहा था कि भारतीय इक्विटी में सुधार का दौर खत्म होने वाला है। ऐसे में कुछ सेक्टरों होटल और हॉस्पिटैलिटी, फार्मास्युटिकल्स, पीएसयू, इंफ्रास्ट्रक्चर, मैटेरियल्स, रिटेल और टेलीकॉम में खरीदारी के मौके दिख रहे हैं। फंड का मानना है कि बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। इसी कारण निवेशकों को सोच-समझकर निवेश करना चाहिए।

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