डायबिटीज एक क्रॉनिक मेटाबॉलिक बीमारी है जिसके लिए खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव जिम्मेदार है। डायबिटीज (मधुमेह) को कंट्रोल करने के लिए जीवनशैली में बदलाव, खानपान और दवाई का ध्यान रखना जरूरी है। डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए बॉडी को एक्टिव रखना, वजन को कंट्रोल करना, तनाव से दूर रहना,पानी का ज्यादा सेवन करना और कुछ हर्बल ड्रिंक का सेवन करना जरूरी है। डायबिटीज मरीज अगर हमेशा अपनी फास्टिंग और पोस्ट मील शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो अपनी डेली डाइट में मॉडिफिकेशन करें। डायबिटीज मरीजों के लिए ब्लड शुगर को नॉर्मल करने के लिए कार्ब्स का सेवन कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। ब्लड शुगर को नॉर्मल रखने के लिए कम कार्बोहाइड्रेट वाली डाइट जैसे साबुत अनाज, दलिया, बाजरा और रागी का सेवन करें। प्रोसेस्ड फूड से परहेज करें और फाइबर रिच फूड का सेवन करें। डाइट में फाइबर को बढ़ाएं और गुड फैट को शामिल करें।
डायबिटीज कोच और फिटनेस एक्सपर्ट डॉक्टर अनुपम घोष के मुताबिक अगर डाइट में 5 सुपर फूड्स को शामिल कर लिया जाए तो आसानी से ब्लड शुगर को रिवर्स तक किया जा सकता है। डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए नट्स का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। मुट्ठी भर कुछ नट्स का सेवन करके आसानी से ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है। रोजाना पिस्ता,अखरोट और बादाम का सेवन करने से फॉस्टिंग से लेकर खाने के बाद तक की शुगर नॉर्मल रहती है।
कई रिसर्च ये बात साबित कर चुकी है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर नट्स का सेवन बॉडी को हेल्दी रखते हैं और डायबिटीज कंट्रोल करते हैं। डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को नॉर्मल रखने के लिए दिन भर में कुछ फूड्स को शामिल करें तो आसानी से ब्लड शुगर को नॉर्मल रख सकते हैं।
डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए पालक एक सुपरफूड है। लो कैलोरी, हाई फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर पालक ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। पालक का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है जो ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है। फाइबर रिच पालक ब्लड शुगर को बढ़ने नहीं देता। मैग्नीशियम और पोटैशियम से भरपूर पालक इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाता हैं। इसका सेवन करने से सूजन कंट्रोल होती है और दिल के रोगों का खतरा कम होता है। विटामिन सी से भरपूर पालक इम्यूनिटी को मजबूत करता है।
दालचीनी (Cinnamon) डायबिटीज कंट्रोल करने की नेचुरल दवा है। एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर दालचीनी का सेवन करने से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है। दालचीनी ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा करती है जिससे खाने के बाद ब्लड शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है। इसमें मौजूद Cinnamaldehyde तत्व ब्लड शुगर को नॉर्मल रखता है। दालचीनी का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है और दिल के रोगों का खतरा कम होता है।
डायबिटीज कंट्रोल करना चाहते हैं तो रोजाना एक सेब खाएं। सेब में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और नेचुरल शुगर मौजूद होती है जो मीठा खाने की क्रेविंग को कंट्रोल करती है और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करती है। सेब का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 38 होता जो कम है, जिससे ब्लड शुगर तेजी से नहीं बढ़ता। सेब में मौजूद पेक्टिन पाचन प्रक्रिया को स्लो करता है और ग्लूकोज धीरे-धीरे अवशोषित होता है। रोजाना एक सेब खाने से इंसुलिन संवेदनशीलता में बढ़ोतरी होती है।
डायबिटीज मरीज करेले की भुजिया खाएं
डायबिटीज मरीज ब्लड शुगर को नॉर्मल करना चाहते हैं तो करेला का सेवन करें। करेला (Bitter Gourd) एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका सेवन करने से ब्लड शुगर नॉर्मल रहता है। करेले की भुजिया, सब्जी या जूस बनाकर रोजाना पीने से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है। इस सब्जी में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं जो डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
हल्दी का करें सेवन
हल्दी (Turmeric) एक नेचुरल औषधि है जो ब्लड शुगर कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होती है। इसका सेवन करने से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है और डायबिटीज कंट्रोल रहती है। इसमें मौजूद कुरकुमिन (Curcumin) डायबिटीज कंट्रोल करने में दवा का काम करता है। हल्दी का सेवन करने से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है। ये ग्लूकोज अवशोषण में सुधार करती है जिससे ब्लड शुगर नॉर्मल रहता है।
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