विक्की कौशल की नवीनतम पीरियड ड्रामा, छावा, देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। प्रशंसक पूरे जोश के साथ जश्न मना रहे हैं और सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें और वीडियो छाए हुए हैं। कुछ घोड़े पर सवार होकर आ रहे हैं तो कुछ लोग भक्ति के प्रतीक के रूप में पोस्टर पर दूध का अभिषेक कर रहे हैं। इन वायरल तस्वीरों और वीडियो के बीच, लाइटहाउस जर्नलिज्म को ऑनलाइन शेयर किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों की एक तस्वीर मिली।

तस्वीर में कुछ NCP कार्यकर्ताओं को विरोध करते हुए दिखाया गया है। तस्वीर के साथ दावा किया गया कि NCP कार्यकर्ता ‘छावा’ फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें औरंगजेब को संत बताया गया है। जांच के दौरान, हमने पाया कि यह तस्वीर साल 2013 की है।

X उपयोगकर्ता प्रशांत शेम्बेकर ने वायरल दावे के साथ तस्वीर शेयर की।

छावा चित्रपट बंदी घाला आणि औरंगजेब संत होता असे सांगत उपोषण करणाऱ्या एनसीपी चा निषेध pic.twitter.com/RfOLMYaCEd

अन्य उपयोगकर्ता भी यही तस्वीर शेयर कर रहे हैं।

छावा चित्रपट बंदी घाला आणि औरंगजेब संत होता असे सांगत उपोषण करणाऱ्या एनसीपी चा निषेध आता तरी समजलं का राष्ट्रवादी काँग्रेस काँग्रेस कोणाचे गुलाम आहेत ते शेवटी त्यांना त्यांचाच पुळका येणार???? pic.twitter.com/Le3kgLvOxM

*Dirty NCP n Sharad Pawar. His Muslim appeasement doesn’t stop.* Always for it. His party is demanding ban on CHAAVA movie n demanding that Aurangzeb be called a saint. *छावा चित्रपट बंदी घाला आणि औरंगजेब संत होता असे सांगत उपोषण करणाऱ्या एनसीपी चा निषेध* pic.twitter.com/0Pwi3uYY9h

*Dirty NCP n Sharad Pawar. His Muslim appeasement doesn’t stop.* Always for it. His party is demanding ban on CHAAVA movie n demanding that Aurangzeb be called a saint. *छावा चित्रपट बंदी घाला आणि औरंगजेब संत होता असे सांगत उपोषण करणाऱ्या एनसीपी चा निषेध* pic.twitter.com/gtrn9p8rmK

हमने व्यापक रूप से साझा की जा रही छवि पर रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जांच शुरू की।

हमें ब्लॉग bharatuntoldstory.wordpress.com पर पोस्ट की गई तस्वीर मिली

तस्वीर के नीचे दिए गए टेक्स्ट में बताया गया है कि तस्वीर में भारतीय मुसलमानों का एक समूह छत्रपति संभाजीनगर (तब औरंगाबाद), महाराष्ट्र में आगामी बॉलीवुड फिल्म ‘औरंगजेब’ के शीर्षक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहा है। ब्लॉग को जुलाई 2013 में अपडेट किया गया था।

X यूजर तारेक फतह ने भी 8 मई, 2013 को अपनी प्रोफ़ाइल पर यह तस्वीर शेयर की थी।

Indian Muslims protest a Bollywood film on murderous Mogul King Aurangzeb. They want him to be shown as a Sufi Saint! pic.twitter.com/lvTzNfA1uS

निष्कर्ष: बॉलीवुड फिल्म औरंगजेब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले एनसीपी कार्यकर्ताओं की 2013 की एक तस्वीर को हाल ही में आई फिल्म छावा से जोड़कर भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है। वायरल दावा भ्रामक है।