Delhi Election Results 2025 CSDS Survey: दिल्ली चुनाव में इस बार बीजेपी को प्रचंड जीत मिली है, 27 साल का सियासी वनवास खत्म हुआ है। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी को अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा है, 12 साल का उसका कार्यकाल अब समाप्त हो चुका है। अब इन चुनावों में किस वर्ग ने किसे वोट किया, किन मुद्दों पर चयन हुआ, हर सवाल का जवाब मिला है। असल में लोकनीति CSDS का एक विस्तृत सर्वे सामने आया है। उस सर्वे में ऐसे ही कई सवालों के जवाब मिले हैं।

अब इस सवाल का जवाब दिल्ली नतीजों से स्पष्ट हो चुका है। सीएसडीएस का सर्वे भी इस बात की तस्दीक करता है कि आप सरकार के कामकाज से जनता नाराज थी और पीएम मोदी का काम उन्हें ज्यादा पंसद आ रहा था। नीचे दी हुई टेबल इस बारे में और विस्तृत जानकारी दे रही है।

अब इस बार के दिल्ली चुनाव में देखा गया कि वोट स्थानीय मुद्दों पर ज्यादा पड़े हैं। आलम ऐसा रहा कि लोगों ने सामने से सड़क, पानी का मुद्दा उठाया। अब लोकनीति का सर्वे भी इस बात की तस्दीक करता है कि कई बुनियादी सुविधाएं देने के मामले में आम आदमी पार्टी की सरकार पिछड़ गई। यहां जानिए लोगों की केजरीवाल के कामकाज को लेकर कैसी राय रही।

अब ऊपर दी गई गई टेबल में तो बताया गया कि अलग-अलग क्षेत्रों में अरविंद केजरीवाल की सरकार का कैसा कामकाज रहा, लेकिन दिल्ली की जनता ने यह भी बताया कि किन बातों को आधार बनाकर उन्होंने फैसला किया कि आम आदमी पार्टी को सत्ता से बाहर निकालना है और बीजेपी को एक मौका देना है। नीचे दी गई टेबल पर एक नजर डालिए।

दिल्ली चुनाव में इस बार महिला वोटर ने भी एक बड़ा रोल प्ले किया। इसका सबसे बड़ा कारण यह रहा कि इसी महिला वोट के दम पर अरविंद केजरीवाल एक बार फिर सत्ता में आना चाहते थे। अब CSDS का सर्वे बता रहा है कि महिला वोट आम आदमी पार्टी को ज्यादा गया है, लेकिन पुरुषों का एकमुश्त वोट बीजेपी को मिला है। इसी वजह से चुनावी नतीजे पूरी तरह पलट गए। नीचे दी हुई टेबल पर पर नजर डालें।

इस बार के दिल्ली चुनाव में मिडिल क्लास वोटर ने एक बड़ी भूमिका निभाई, बजट में वैसे भी क्योंकि 12 लाख तक की इनकम को टैक्स फ्री कर दिया गया था, ऐसे में माना गया कि उसका काफी असर चुनाव पर पड़ेगा। अब सर्वे के आंकड़े बता रहे हैं कि मिडिल क्लास ने भारी मात्रा में बीजेपी को वोट किया है और आम आदमी पार्टी के खिलाफ नाराजगी दिखाई है। इसी तरह गरीब और अमीर वर्ग ने किसे पसंद किया, इसकी भी पूरी जानकारी मिली। नीचे दी गई टेबल पर नजर डालें।

अब दिल्ली चुनाव में भी जाति ने भी एक रोल प्ले किया है, पार्टियों ने भी अपनी रणनीति इसी तरह तैयार की थी। हर वर्ग के उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे। लेकिन अब सर्वे से पता चला कि जनता को किसका जातीय समीकरण ज्यादा पसंद आया है, उसने किसे खुलकर वोट किया है। एक नजर नीचे दी गई टेबल पर डालें-