Punjab News: पंजाब की सरकार में एक मंत्री जिन्हें एक ऐसे विभाग का जिम्मा दिया गया था, जो कि असल में था ही नहीं, यानी उसका अस्तित्व ही नहीं था। भगवंत मान सरकार को इस बात का पता 20 महीने के बाद चला है, जिसको लेकर पंजाब की आप सरकार की काफी किरकिरी भी हो रही है। इस मुद्दे पर अब मंत्री का बयान सामने आया है।

दरअसल, पंजाब की भगवंत मान सरकार में अस्तित्वहीन विभाग के मंत्री रहने वाले नेता कुलदीप सिंह धालीवाल हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि उन्होंने अब विभाग को खत्म कर दिया है। हम सभी यहां पंजाब को बचाने के लिए हैं। मेरे लिए विभाग महत्वपूर्ण नहीं है पंजाब महत्वपूर्ण है। यह विभाग अस्तित्व में है या नहीं, यह हमारे लिए एजेंडा नहीं है।

आज की बड़ी खबरें…

इस मामले में पंजाब के सीएम भगवंत मान ने अपने मंत्री का बचाव किया और कहा कि वह केवल नाम के लिए थे उनमें कोई स्टाफ और ऑफिस नहीं था। सुधार लाने के लिए इसका निर्माण किया गया है, चाहे वह ब्यूरोक्रेसी हो या फिर कोई अन्य क्षेत्र। मान ने कहा था कि उनकी सरकार एक समान काम करने वाले विभागों को एक विभाग में विलय करने पर विचार कर रही है।

दिल्ली में केजरीवाल की हार के बाद पंजाब में ‘ऑपरेशन क्लीन-अप’ क्यों चला रही मान सरकार? समझें सियासी मायने

बता दें कि कुलदीप धालीवाल को मई 2023 में एडमिनिस्ट्रेटिव डिपार्टमेंट दिया गया था जिसको लेकर एक राजपत्र जारी कर कहा गया है कि यह विभाग अस्तित्व में नहीं है लिहाजा वह केवल एनआईरआई अफेयर के लिए जिम्मेदार होंगे। उनसे पहले भी दो मंत्रालय वापस लिए गए हैं।

जो पद कभी था ही नहीं, 20 महीने से उस विभाग का मंत्री… CM भगवंत मान के करीबी को लेकर चौंकाने वाला खुलासा

इस विवाद को लेकर बीजेपी ने भगवंत मान सरकार के इस फैसले पर जमकर हमला बोला। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि वह 20 महीने से एक ऐसा विभाग चला रहे थे जो अस्तित्व में ही नहीं है। ऐसी चीजें केवल आप सरकार के नेतृत्व में ही हो सकती हैं।

इस मामले में कांग्रेस सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि मैं हैरान हूं कि धालीवाल को वह मंत्रालय दिया गया जो अस्तित्व में ही नहीं था। उन्होंने तब इस्तीफा क्यों नहीं दे दिया? यह बहुत गंभीर विषय है। आम आदमी पार्टी न जाने किस तरह से सरकार चला रही है। पंजाब की अन्य सभी खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।